बिलासपुर। केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक (व्यय) आशीष त्रिपाठी ने चुनाव अधिकारियों को लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च पर पैनी नजर रखने के आदेश दिए हैं। वह सोमवार को बचत भवन में चुनावों के लिए तैनात अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी डा. अजय शर्मा भी उपस्थित थे।
त्रिपाठी ने कहा कि प्रत्याशियों को किए गए खर्च का पूरा ब्योरा देना होगा। खर्च का ब्योरा गलत देने पर प्रत्याशी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। प्रत्याशियों के खर्च पर प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। प्रत्याशी अधिकतम 70 लाख रुपये तक खर्च कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी सभा, रैली, जुलूस आदि के लिए अनुमति जरूरी है। अनुमति लेने के दौरान ही उसमें खर्च होने वाले संभावित राशि का ब्योरा संबंधित एसडीएम को देना होगा। खर्च पर नजर रखने के लिए उड़नदस्ता व स्टेटिक सर्विलेंस टीमें कहीं भी छापामारी कर सकती हैं। चेकपोस्ट पर प्रत्याशियों के वाहनों की लगातार जांच की जाएगी। इसके अलावा चुनाव प्रचार में राजनीतिक पार्टियों द्वारा किए जा रहे खर्च पर नजर रखने के लिए संबंधित टीमों के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी बैठक में दिए गए।
उन्होंने सभी एसएसटी एवं उड़नदस्ता के प्रभारी कार्यपालक मजिस्ट्रेटों को निर्देशित किया कि उनके द्वारा की जाने संबंधी कार्रवाई की वीडियो रिकार्डिंग कराएं और उसकी सीडी या डीवीडी संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारी को आवश्यक रूप से उपलब्ध कराई जाए। राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों की सूची साथ रखकर चुनावी व्यय पर कड़ी निगरानी करें। समय-समय पर चैक पोस्ट, उड़नदस्ते एवं स्थैतिक निगरानी दल सहित अन्य व्यय पर्यवेक्षण के लिए लगी टीमों की नियमित चेकिंग करें। बैठक में एसडीएम सदर डा. एमएल मेहता, एसडीएम घुमारवीं राजीव कुमार, तहसीलदार निर्वाचन राजेंद्र शर्मा, आयकर विभाग के एईटीसी ललित पोसवाल, आयकर अधिकारी चिरंजी लाल, डीएसपी हैडक्वाटर प्रताप ठाकुर, नायब तहसीलदार उषा चौहान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
ये हैं टीम में शामिल
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी डा. अजय शर्मा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के जिले में चुनाव व्यय पर्यवेक्षण के लिए चार विधानसभा क्षेत्रों में चार उड़नदस्ते, चार वीडियो निगरानी दल (वीएसटी), सात स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी), चार वीडियो अवलोकन दल (वीवीटी), सहायक व्यय पर्यवेक्षक एवं चार लेखा दल (एटी) तथा चार सहायक चुनाव पर्यक्षक नियुक्त किए गए हैं।